नजफगढ़ ड्रेन में पानी का स्तर बढ़ने से ब्रिज बनाने का कार्य हुआ ठप
नई दिल्ली। राजधानी में इस साल अत्याधिक बारिश होने का असर विभिन्न सरकारी परियोजनाओं पर पड़ गया है। इन योजनाओं में नजफगढ़ ड्रेन पर छावला में बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग की ब्रिज का निर्माण करने की योजना प्रमुख तौर पर शामिल है। ड्रेन में पानी का स्तर बढ़ने के कारण दो माह से ब्रिज बनाने का कार्य ठप पड़ा है। इतना ही नहीं, इलाके में बाढ़ जैसे हालात होने के कारण अगले दो-तीन माह तक ब्रिज का कार्य शुरू होने के आसार दिखाई नहीं दे रहे है। दक्षिण पश्चिम दिल्ली में नजफगढ़ ड्रेन में इस साल पानी का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। इस कारण ड्रेन से जुड़े छोटे नाले ओवर फ्लो हो चुके हैं। गत दो माह से ड्रेन में पानी का स्तर छह-सात फुट बढ़ा हुआ है। बताया जाता है कि कई वर्षों के बाद ड्रेन में पानी का स्तर इतना अधिक हुआ है। इस कारण ड्रेन पर छावला में दक्षिण पश्चिम दिल्ली से गुरुग्राम जिले के बीच आवागमन आसान बनाने के लिए् बनाए जा रहे ब्रिज का कार्य बंद हो गया है। छावला में ड्रेन पर बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग ब्रिज बना रहा है। ड्रेन में पानी का स्तर बढ़ने के कारण ब्रिज के पिलर बनाने वाले हिस्से में पानी आ गया है और बने हुए पिलरों के ऊपर तक पानी आ गया है। इस कारण यहां पिलरों पर लेंटर डालने का कार्य नहीं हो पा रहा है। विभाग ने नाले के तीन हिस्से पर पिलर बना कर लेंटर डाल दिया है। इस तरह एक हिस्से पर लेंटर डालने का कार्य रुक गया है। विभाग ने इस हिस्से की ओर पानी आने से रोकने के लिए मिट्टी डाल रखी थी, लेकिन ड्रेन में पानी का बहाव व स्तर बढ़ने के कारण विभाग की कार्रवाई विफल हो गई। यहां लेंटर डालने के लिए बनाए गए पिलरों वाला हिस्सा पानी में डूब ही नहीं गया, बल्कि पहले की तरह पानी बहने लग गया है। नजफगढ़ ड्रेन के आसपास दिल्ली की ओर बसे दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं और इन गांवों के खेत पूरी तरह पानी में डूबे हुए हैं। इस कारण बारिश का मौसम बीत जाने के कई माह तक ड्रेन में पानी का स्तर कम होने की संभावना नहीं है, क्योंकि इलाके के किसान अपने खेतों में फसल की बुवाई के लिए उनमें खड़े पानी को ड्रेन में निकालेंगे। अभी किसान अपने गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए तालाबों का पानी ड्रेन में निकाल रहे हैं। बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग नजफगढ़ ड्रेन पर छावला में छह लेन का ब्रिज बना रहा है। यह ब्रिज ढ़ाई साल पहले बनाना शुरू किया था और इसका निर्माण कार्य पूरा होने में अभी एक वर्ष समय लगने की संभावना है। हालांकि इस ब्रिज का निर्माण कार्य दो वर्ष में करने का लक्ष्य रखा गया था। ब्रिज पर 36.70 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अभी यहां एक लेन की पुलिया है। इस कारण जहां पर हमेशा जाम लगा रहता है।