अरे मौसी 13 राज्यों में जीरो सीटें आईं हैं लेकिन हीरो तो हैं ना… यहां पढ़े पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें  

New Delhi: मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष के जमकर हंगामे के बावजूद भी प्रधानमंत्री ने अपना भाषण नहीं रोका. स्पीकर ओम बिरला ने कई बार विपक्ष को फटकार लगाई लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा.  

हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता ने भाजपा के 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है. हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है. हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर काम करती है. इस विचार को सर्वोपरि रखते हुए हमने देश की सेवा करने का प्रण लिया है.

तुष्टिकरण नहीं बल्कि संतुष्टिकरण

उन्‍होंने कहा कि हम तुष्टिकरण नहीं बल्कि संतुष्टिकरण के विचार से काम करते हैं. इस देश ने लंबे समय तक तुष्टिकरण की राजनीति को देखा है. लेकिन हम संतुष्टिकरण की बात करते हैं, जिससे आखिरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचे. सच्चे अर्थों में हम सेक्युलर हैं. 

आज का भारत आतंकियों को घर में घुसकर मारता है…   

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले आतंकी देश पर हमला करते थे. लेकिन 2014 के बाद का भारत घर में घुसकर मारता है. वो एयर स्ट्राइक करता है और सर्जिकल स्ट्राइक करता है. पहले धारा 370 का वो जमाना था, सेनाओं पर पत्थर फेंके जाते थे. हम लोग निराश होकर कहते थे कि अब जम्मू-कश्मीर में कुछ नहीं हो सकता,  लेकिन 370 की दीवार गिरी और मजबूत लोकतंत्र की स्थापना हुई.

2014 के पहले बैंकों पर ताले थे: पीएम 

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले एक समय था जब बड़े बैंकों पर ताले लगाए जा रहे थे। 2014 के बाद नीतियों में बदलाव हुआ और फैसलों में तेजी देखने को मिली. दुनिया के अच्छे बैंकों में आज भारत के बैंकों का स्थान बन गया है. दस  सालों में भारत का जो विकास हुआ है, उसने बेंचमार्क सेट कर दिया है. दस सालों में हमने जो रफ्तार पकड़ी है, उसे और गति देना है. अब हम इकोनॉमी को तीसरे स्थान पर ले जाएंगे. 

हम तीन गुना रफ्तार से काम करेंगे: पीएम 

प्रधनमंत्री ने कहा कि अब हम तीन गुना रफ्तार से काम करेंगे और तीन गुना परिणाम लाकर देंगे. हम चार करोड़ गरीबों के घर बना चुके हैं और आने वाले समय में तीन करोड़ घर बनाएंगे. इससे इस देश के गरीबों को बिना छत के नहीं रहना पड़ेगा. 10 सालों में हमने देश की करोड़ो बहनों को उद्यमी बनाया है.

लगातार तीन बार कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई

उन्‍होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस लगातार तीसरी बार 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई. कांग्रेस के इतिहास में यह तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है. कांग्रेस को अपनी हार स्वीकार करनी चाहिए थी और आत्ममंथन करना चाहिए था.

2024 से कांग्रेस परिजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी 

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2024 से कांग्रेस परिजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी. परिजीवी वह होता है, जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता है. कांग्रेस जिस पार्टी के साथ गठबंधन बनाती है, उसी को खा जाती है. इसलिए कांग्रेस परिजीवी कांग्रेस बन चुकी है.

राहुल गांधी पर साधा निशाना 

राहुल गांधी पर बिना नाम लिए तंज कसाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस इस बात को साबित करने की कोशिश कर रही है जैसे उन्होंने हमें हरा दिया हो. मैं जरा अपने सामान्य जीवन का वक्तव्य बताता हूं. एक छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला है. वो बच्चा गिर जाता है. साइकिल से लुढ़क जाता है. रोने लगता है. एक बड़ा व्यक्ति उसके पास आकर कहता कि चींटी मर गई, चिड़िया उड़ गई. तुम बहुत अच्छी साइकिल चलाते हो. उसका ध्यान बंटाकर के उस बच्चे का मन बहला देते हैं. वैसे ही बच्चों के मन बहलाने का काम चल रहा है. कांग्रेस और उसका ईको सिस्टम सिर्फ मन बहलाने का काम कर रहा है. आदरणीय सभापति जी 1984 उपचुनाव को याद कीजिए, उसके बाद इस देश में 10 लोकसभा के चुनाव हुए हैं. इसके बावजूद कांग्रेस 250 के आंकड़े को छू नहीं पाई है.

अरे मौसी 13 राज्यों में जीरो सीटें आईं हैं लेकिन हीरो तो हैं ना

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को शोले फिल्म की मौसी तो याद होगी. तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी 13 राज्यों में शून्य सीटें आई हैं. अरे मौसी 13 राज्यों में जीरो सीटें आईं हैं लेकिन हीरो तो हैं ना. अरे मौसी, पार्टी की लुटिया ही तो डुबाई है. पार्टी अभी सांसें तो ले रही है. ईमानदारी से देशवासियों के जनादेश को समझने की कोशिश कीजिए, उसे स्वीकार कीजिए.

राहुल गांधी के कल के भाषण पर कसा तंज

उन्‍होंने ने राहुल गांधी के कल के भाषण पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि एक बच्चा स्कूल से आया और जोर जोर से रोने लगा, उसने मां से कहा कि मां मुझे स्कूल में मारा गया. मां ने पूछा बेटा बात क्या थी? बेटा ये नहीं बता रहा था कि आज स्कूल में उस बच्चे ने किसी बच्चे को मां के लिए अपशब्द कहे थे. उसने ये नहीं बताया कि उसने किसी की किताबें फाड़ दी थीं. उसने ये नहीं बताया कि किसी का टिफिन चुराकर खा दिया था. हमने कल सदन में ऐसी ही बचकाना हरकत देखी है. कल यहां बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था.  

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