जम्मू कश्मीर। रविवार को मध्य कश्मीर के श्रीनगर में हर घर तिरंगा उत्सव के मौके पर वॉकथॉन का आयोजन किया गया। इस उत्सव में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, आजादी का अमृत महोत्सव आशाओं और सपनों का एक नया सवेरा है।
रविवार को मध्य कश्मीर के श्रीनगर में हर घर तिरंगा उत्सव के मौके पर बीएसएफ ने वॉकथॉन का आयोजन किया। यह रैली ललित घाट से बॉटनिकल गार्डन तक निकाली गई, जिसमें अधिकारियों सहित हजारों नागरिक तिरंगे झंडे लेकर शामिल हुए। इसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव आशाओं और सपनों का एक नया सवेरा है। यह रैली वीर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षाबलों को श्रद्धांजलि है। साथ ही आत्मनिर्भर जम्मू-कश्मीर बनाने के संकल्प का भी प्रतीक है।
एलजी सिन्हा ने कहा- ‘आजादी का अमृत महोत्सव ने हमें अपने नायकों और शहीदों के अमूल्य योगदान के बारे में जागरूक करके आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करने का अवसर प्रदान किया है। हम एक महान राष्ट्र के नागरिक हैं जहां पवित्र भूमि का हर इंच प्राचीन मूल्यों, संस्कृति और परंपराओं से भरपूर है। हर क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर इतिहास रच रहा है।’
एलजी ने महात्मा गांधी को किया याद:-
एलजी मनोज सिन्हा ने संबोधित करते हुए 8 अगस्त, 1942 को टैंक मैदान, मुंबई में दिए गए महात्मा गांधी के शब्दों को याद किया, जिसने पूरे देश में लोगों को ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि आज हमारा वॉकथॉन महात्मा गांधी के संकल्प और संघर्ष का प्रतीक है, यह हमारी सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बलों के वीर जवानों के त्याग और सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है।
वॉकथॉन के दौरान मौजूद 1971 के युद्ध के दिग्गजों को संबोधित करते हुए एलजी ने कहा, ‘मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की प्रगति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया है और देश को सुरक्षित रख रहे हैं। हमारे नायकों को याद करना नए विचारों को प्रज्वलित करता है और जन जागरण की भावना को फिर से जगाता है। उन्होंने आगे कहा कि यह वॉकथॉन हमारे सुरक्षाबलों, स्वतंत्रता सेनानियों को एक श्रद्धांजलि है और एक आत्मनिर्भर जम्मू-कश्मीर के निर्माण के हमारे संकल्प का भी प्रतीक है।’