हेल्थ। सर्दियों में सरसों के तेल का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसका प्रयोग सिर्फ खाने के लिए ही नहीं बल्कि मालिश के लिए भी किया जाता है। सरसों के बीज से बना ये तेल शरीर को गर्म रखने के साथ हड्डियों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया और फंगस को रोकने का काम बखूबी कर सकता है। सरसों का तेल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी औषधीय गुणों के कारण प्रयोग किया जाता है। इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं आइए इसके बारे में जानें…
बाल और स्किन को बनाए हेल्दी :-
सरसों के तेल का प्रयोग बालों और स्किन की हेल्थ को सुधारने के लिए किया जा सकता है। हेल्थलाइन के अनुसार सरसों के तेल को होममेड फेस मास्क और बालों के उपचार में इस्तेमाल करने के साथ इसे वैक्स में मिलाकर फटी एड़ी को भी ठीक किया जा सकता है।
दर्द कम करने में सहायक :-
सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट होता है, ये एक प्रकार का केमिकल है जो दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो गठिया के दर्द और सूजन को भी कम कर सकता है।
कैंसर को बढ़ने से रोके :-
सरसों का तेल कुछ प्रकार के कैंसर सेल्स के विकास और ग्रोथ को धीमा करने में मदद कर सकता है। सरसों का तेल कैंसर से प्रभावित सेल्स को खत्म करने की क्षमता रखता है।
हार्ट को हेल्थी रखने में सहायक :-
सरसों के तेल में हाई मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है जो अधिकतर नट्स, सीड्स और पौधों में पाया जाता है। इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। ये हार्ट को हेल्दी रखता है साथ ही हाई बीपी और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में भी सहायक भूमिका अदा करता है।
हड्डियों को बनाए मजबूत :-
सरसों का तेल हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है। पैर में दर्द, ज्वाइंट्स पेन और अर्थराइटिस के दर्द में यदि सरसों के तेल को गर्म करके मालिश की जाए तो इससे आराम मिल सकता है। इसके अलावा नियमित रूप से इससे छोटे बच्चे की मालिश की जाए तो उसकी हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है। सरसों का तेल सदियों से भारत में प्रयोग किया जा रहा है।