स्वास्थ्य। यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में कई तरह की समस्याएं जन्म लेती हैं। अगर आपके माता-पिता या किसी बुजुर्ग के शरीर में दर्द, एड़ियों-घुटनों में दर्द, गठिया की शिकायत कर रहे हैं तो ये बढ़े हुए यूरिक एसिड का लक्षण हो सकता है। खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से शरीर को कई तरह की गंभीर बीमारियां घेर लेती हैं। इसलिए इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि खून में यूरिक एसिड का संतुलन बना रहे।
अध्ययनों में पाया गया है कि हाई ब्लड प्रेशर और टाइप 2 डायबिटीज का यूरिक एसिड से भी संबंध होता है। इसलिए अगर आप अपने शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित रखना चाहते हैं तो आपको प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए। इनमें रेड मीट, सी फूड, सुअर का मांस, फूल गोभी और हरे मटर जैसे खाद्य शामिल हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे फल हैं जिनके सेवन से यूरिक एसिड का लेवल कम होता है।
कीवी:-
कीवी खाने से शरीर को कई तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह पोटेशियम, फोलेट, विटामिन ई और विटामिन सी से भी भरपूर होता है, जो ना केवल यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है बल्कि पेट संबंधी समस्यों को भी दूर रखता है।
सेब:-
हाई फाइबर से भरपूर सेब यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में भी बहुत फायदेमंद होता है। फाइबर, खून से अतिरिक्त यूरिक एसिड को अलग करने में मदद करता है। इसके अलावा सेब मैलिक एसिड का भी पावरहाउस है, जो यूरिक एसिड के प्रभाव को बेअसर करने में मदद करता है।
चैरी:-
एंथोसायनिन, एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी कम्पोनेंट है, जो चैरी में मौजूद होता है। यूरिक एसिड के लेवल को मेंटेन करने में यह कम्पोनेंट बेहद मददगार होता है। एंथोसायनिन के अलावा, चेरी में फाइबर और विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में उपलब्ध होता है।
संतरे:-
संतरे या अन्य किसी भी खट्टे फल में विटामिन सी और साइट्रिक एसिड होता है। ये खून से अतिरिक्त किसी भी टॉक्सिन को अलग करने में मदद करता है। यह शरीर से यूरिक एसिड के स्तर को भी नियंत्रित करता है।
केले:-
केले में प्यूरीन काफी कम मात्रा में और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। केला ऐसे लोगों के लिए वरदान है, जो गाउट की समस्या से परेशान हैं। केले जैसे कम प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके यूरिक एसिड से भी छुटकारा मिलता है।