Ambedkar Quotes: डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत के संविधान निर्माता थे. उनकी अध्यक्षता में ही दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान तैयार किया गया था, लेकिन दलित परिवार में जन्म लेने के कारण बाबा साहेब को बचपन से ही जाति को लेकर भेदभाव का सामना करना पड़ा. हालांकि सशक्त शिक्षा के बल पर उन्होंने जाति के बंधन को कमजोर कर दिया.
उन्होंने खुद तो शिक्षा ली ही साथ में दलित, वंचितों, मजदूरों और महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़े होकर लंबी लड़ाई भी लड़ी. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अनमोल विचार आज भी लोगों को जीवन में सफल होने और मजबूत होने की प्रेरणा देते है. ऐसे में आप भी उन्के विचारों को जीवन में अमल कर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, तो चलिए जानते है उनके प्रेरणादायक और अनमोल विचारों के बारे में-
डॉ. भीमराव अंबेडकर के अनमोल विचार
- मैं उस धर्म को पसंद करता हूं जो स्वंतत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है..
- धर्म मनुष्य के लिए है, मनुष्य धर्म के लिए नहीं.
- बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए.
- छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकार वसूल करना होता है.
- सफलता कभी भी पक्की नहीं होती है,असफलता भी कभी अंतिम नहीं होती है. अपनी कोशिश को तब तक जारी रखो जब तक आपकी जीत इतिहास ना बन जाए.
- ज्ञान का विकास ही मनुष्य का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए.
- अगर आप में गलत को गलत कहने की क्षमता नहीं है, तो आपकी प्रतिभा व्यर्थ है. शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो.
- मंदिर जाने वाले लोगों की लंबी कतारें जिस दिन पुस्तकालय की ओर बढ़ेगी उस दिन इस देश को महाशक्ति बनने से कोई रोक नही सकता है.