जनपद में एक जुलाई से चलाया जायेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान: जिलाधिकारी

गाजीपुर। जिलाधिकारी एमपी सिंह की अध्यक्षता में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार मे संम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने शासन के निर्देश के क्रम में चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को गति देने के लिए विभागो से समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किया जाय उन्होने बताया कि जनपद में यह अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई 2021 तक चलाया जायेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागो को मिलाकर टीम बनाई जा रही है। इसके साथ ही जनपद में 12 से 25 जुलाई 2021 तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग एंव उसके साथ अन्य विभागो के द्वारा समन्वय स्थापित कर गॉव-गॉव लोगो को बिमारियों के बारे मे जागरूक किया जायगा और उन्हे दवाएं मुहैया करायी जायेगी तथा अन्य रोगो से ग्रसित जरूरतमंदो को भी चिन्हित करते हुए उन्हे इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। जनपद के शहरी/ग्रामीण क्षेत्रो में साफ-सफाई, सैनिटाईजेशन, एण्टीलार्वा का छिड़काव, पीने के पानी में क्लोरीन की गोली का प्रयोग के साथ नालियो की सफाई, झाड़ियो की कटाई का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि संचारी रोग की रोकथाम एंव नियंत्रण हेतु पूरी तैयारियां समयवद्ध ढंग से कर ली जाये इसमे किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नही होगी। उन्होने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के विरूद्ध लड़ाई जारी है। ऐसे में जे.ई., ए.ई.एस. तथा अन्य संचारी व विषाणु जनित रोगो के दृष्टिगत किसी प्रकार की लापरवाही कत्तई न बरती जाये। उन्होने कहा कि इंसफेलाईटिस, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां, कालाजार, डायरिया आदि संचारी रोगो से जुडे़ आशंकाओ को देखते हुए अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए युद्ध स्तर पर लगकर इस अभियान को सफल बनायेगें। ज्ञातव्य है कि ‘‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान‘‘ जनपद में 01 जुलाई से 31 जुलाई 2021 तक संचालित रहेगा। उन्होने निर्देश दिया कि साप्ताहिक बंन्दी के दौरान शनिवार, रविवार को स्वच्छता, सैनिटाईजेशन तथा फागिंग का विशेष कार्यक्रम जनपद मे संचालित किया जाय। तालाब व नालियों में एण्टीलार्वा का छिड़काव तथा कूड़े का निस्तारण ठीक ढंग से किया जाये। उन्होने कृषि विभाग को मूषक प्रजाति के नियंत्रण पर विशेष कार्यवाही करने को कहा उन्होने बताया कि मूषक प्रजाति के जीव जैसे चूहा, गिलहरी, छछूंदर आदि के शरीर पर पाये जाने वाले स्क्रब टाइफस विषाणु कई गम्भीर बीमारियों का कारक होता है। यह विषाणु इन जीवो के शरीर से झाड़ियों में चिपक जाता है और वहां खेलने वाले बच्चो को संक्रमित कर देता है। इसलिए इस पर नियंत्रण बेहद आवश्यक है। दस्तक निगरानी समिति अपने-अपने क्षेत्रो की आशा एवं आगनवाड़ी कार्यकत्री को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। बैठक मे मुख्य चिकित्साधिकारी जी सी मौर्य, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, समन्वयक विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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