वाराणसी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बुधवार को कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित विकास कार्यों का जायजा लिया। साथ आए नई दिल्ली मुख्यालय के ब्रांच अफसरों ने परियोजनाओं का स्थलीय मुआयना किया। इसके पूर्व विशेष ट्रेन से पहुंचे महाप्रबंधक ने स्टेशन निदेशक कक्ष में पत्रकारों से कार्ययोजनाओ पर चर्चा की। प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों से मुखातिब हुए महाप्रबंक आशुतोष गंगल ने बताया कि वाराणसी और लखनऊ के बीच पॉपुलर वरुणा एक्सप्रेस को नए कलेवर में वापस लाने की तैयारी है। ट्रेन की स्पीड बढ़ाने और उसकी समयसरिनी में बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे में दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में है। परिणामस्वरूप ट्रेनों की गति स्वत: बढ़ जाएगी। उन्होंने पिछले दिनों शिवपुर- कादीपुर सेक्शन में रेल दुर्घटना के शिकार ट्रेक मेंटेनर की मौत पर अफसोस जताया। उन्होंने बताया कि लखनऊ मंडल में ट्रेक मेंटेनर को रक्षक डिवाइस से लैस किया जाएगा। फिलहाल सेफ्टी से जुड़े कर्मचारियों को इस तरह के हादसों से बचने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। काशीवासियों को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिल सकती है। मुख्यालय स्तर पर मंथन चल रहा है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के खुले मंच से 75 सप्ताह 75 वंदे भारत चलाने की घोषणा की थी। जिसके तहत भारतीय रेलवे में देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन का बेड़ा और बढ़ जाएगा। महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि उत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों से टी- 18 ट्रेन चलाने का प्रपोजल पूर्व में ही मंत्रालय को भेजा जा चुका है। जिसके अधार पर उत्तर रेलवे के प्रमुख स्टेशनों से नई वंदे भारत ट्रेन चलने की उम्मीद है।